साहित्य
धन्य,धन्य हे बाबा साहेब,धन्य तुम्हारा विधि -विधान है
"हम भारत के लोग" से बना ,धन्य तुम्हारा संविधान है।
(हम भारत के लोग)
धन्य,धन्य हे बाबा साहेब,धन्य तुम्हारा विधि -विधान है ।
“हम भारत के लोग” से बना,धन्य तुम्हारा संविधान है।
सबको शिक्षा, स्वास्थ्य, सुरक्षा ,लोकतंत्र में भागीदारी ।
श्रम, सम्मान, समान भाव से ,देश मे सबकी हिस्सेदारी ।।
हर स्त्री, हर बचपन खुश हो, ऐसा तुम्हारा तत्वज्ञान ।
“हम भारत के लोग “से बना ,धन्य तुम्हारा संविधान है ।।
ऊंच-नीच का भेद मिटाकर,समरसता का भाव जगाया।शिक्षित बन,संघर्ष करो ,एकता की राह दिखाया।।
रोशन कर दिया जन गण मन को, तेज तुम्हारा रवि समान है।।
” हम भारत के लोग “से बना ,धन्य तुम्हारा संविधान है।।
उज्जवल भारत, विकसित भारत, की आधारशिला रख कर।।
स्थापित कर मानवता को, व्यक्ति की गरिमा को रचकर।।
बोधिसत्व ,हे देशरत्न, हे महापुरुष तुमको प्रणाम है।।
” हम भारत के लोग “से बना, धन्य तुम्हारा संविधान है ।।
#डॉक्टर नागेंद्र नाथ यादव#
एसडीएम-सदर, बलरामपुर