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वक्फ सम्पतियों का समाज के सशक्तिकरण के लिए होगा इस्तेमाल – मुख्तार अब्बास नकवी
दिल्ली में राष्ट्रीय मुतवल्ली कांफ्रेंस का आयोजन, कई राज्यों के मुतवल्लियों ने की शिरकत

मोहम्मद अकरम नई दिल्ली,
नई दिल्ली में “राष्ट्रीय मुतवल्ली कांफ्रेंस का आयोजन किया गया जिसमें बिहार, चंडीगढ़, दिल्ली,हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड से “मुतवल्ली हज़रात ” शामिल हुए। दिल्ली में आयोजित हुई इस कांफ्रेंस में केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि यह सम्मान समारोह हर वर्ष होगा एवं देश भर के वह “मुतवल्ली” जो वक्फ सम्पतियों का समाज के सशक्तिकरण के लिए सफलता से इस्तेमाल करेंगे उन्हें सम्मानित एवं पुरस्कृत किया जायेगा। आने वाले दिनों में इस तरह की कांफ्रेंस देश के अन्य स्थानों में भी आयोजित की जाएगी। नकवी ने देश भर से आए लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि वक्फ सम्पतियों पर शिक्षा, रोजगार, कौशल विकास, स्वास्थ्य से सम्बंधित गतिविधियां चलाई जानी चाहिए। “गरीब नवाज कौशल विकास कार्यक्रम”, सीखो और कमाओ”, “नई रोशनी”, “उस्ताद” जैसे अल्पसंख्यक मंत्रालय द्वारा चलाये जा रहे कार्यक्रमों के माध्यम से समाज में जागरूकता और तरक्की की जा सकती है। नकवी ने कहा कि देश भर में तैनात “मुतवल्ली” वक्फ सम्पतियों के “कस्टोडियन” हैं। इन्हे वक्फ संपत्तियों का सदुपयोग एवं सुरक्षा करनी चाहिए। नकवी ने कहा कि केंद्र सरकार देश भर में वक्फ के संरक्षण और विकास को प्राथमिकता दे रही है जिससे की इन सम्पत्तियों का सदुपयोग मुस्लिम समाज के आर्थिक-सामाजिक-शैक्षिक सशक्तिकरण के लिए किया जा रहा है। सेंट्रल वक्फ कौंसिल, वक्फ रिकॉर्ड के डिजिटलाइजेशन हेतु राज्य वक्फ बोर्डों को आर्थिक मदद दे रही है ताकि सभी राज्य वक्फ बोर्ड, वक्फ सम्पत्तियों के डिजिटलाइजेशन का काम तय समय सीमा में पूरा कर सकें। राज्य वक्फ बोर्डों के अंतरगर्त आने वाली सम्पत्तियों की सुरक्षा, रख रखाव,विकास और सम्बंधित कानूनी सहायता के लिए वक्फ कौंसिल द्वारा 2 लीगल सपोर्ट अफसर, 2 जोनल वक्फ अफसर, 2 सर्वेयर्स की नियुक्ति सभी राज्य वक्फ बोर्डों में की जाएगी। इसके सम्बन्ध में प्रक्रिया चल रही है। नकवी ने आगे कहा कि वक्फ सम्पत्तियों पर चल रहे एवं शुरू किये जा रहे, शैक्षिक गतिविधियों विशेषकर लड़कियों की शिक्षा के लिए काम कर रहे संस्थानों को सेंट्रल वक्फ कौंसिल मदद करेगी। वक्फ सम्पत्तियों के रख रखाव, सदुपयोग और वक्फ एक्ट के तहत उनके संरक्षण हेतु देश भर में वक्फ मुतवल्लियों की कांफ्रेंस आयोजित की जा रही है। वक्फ जमीनों पर अल्पसंख्यक मंत्रालय राज्य सरकारों के साथ मिलकर स्कूल, कॉलेज, मॉल, अस्पताल, कौशल विकास केंद्र आदि का निर्माण कराएगा, और इससे हुई आमदनी को अल्पसंख्यक समुदाय की शिक्षा और अन्य विकास कार्यों में इस्तेमाल किया जाएगा। इन जमीनों पर विभिन्न प्रयोजन के सामुदायिक केंद्र “सद्भाव मंडप” का निर्माण भी किया जायेगा जो विभिन्न प्रकार के कार्यों जैसे शादी-विवाह, प्रदर्शनी और किसी आपदा के समय राहत केंद्र के रूप में भी इस्तेमाल किये जा सकेंगे। इस मुतवल्ली कांफ्रेंस में सेंट्रल वक्फ कौंसिल द्वारा कार्यान्वित “कौमी वक्फ बोर्ड तरक्कियाती योजना” की प्रगति की समीक्षा भी की गई। दो योजनाएं जो “राज्य वक्फ बोर्डों के सुदृणीकरण की योजना” के रूप में क्रमशः सेंट्रल वक्फ कौंसिल तथा नवाड़को द्वारा अलग-अलग तौर पर कार्यान्वित की जा रही थी, अब इन्हे मिलाकर एक कर दिया गया है। राज्य वक्फ बोर्डों के उदेश्यों की सुगम प्राप्ति के लिए उनके संसाधनों को बढ़ाने तथा उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के मद्देनजर इस योजना में कई प्रावधानों को शामिल किया गया है। योजना के अन्य प्रावधानों के अलावा, वक्फ सम्पतियों को अतिक्रमण से बचाने के लिए जीआईएस/जीपीएस मैपिंग मुख्य संघटक हैं। देश भर में लगभग 5.60 लाख वक्फ संपत्तियां हैं।सचिव अल्पसंख्यक मंत्रालय ए लुईखाम, संयुक्त सचिव जान-ए-आलम, सेंट्रल वक्फ कौंसिल के सचिव बी एम् जमाल, सेंट्रल वक्फ कौंसिल के सदस्य, राज्य वक्फ बोर्डों के सदस्य, अन्य अधिकारी इस सम्मेलन में शामिल हुए ..



