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लखनऊ से आगरा के लिए निकलीं प्रियंका गांधी को पुलिस ने रास्ते मे रोका,
मृतक सफाईकर्मी मामले मे 5 पुलिस कर्मी सस्पेंड,

अखिलेश यादव ने भी साधा निशाना, 302 के तहत मुकदमा दर्ज, जांच शूरू,
आगरा,
आगरा पुलिस कस्टडी मे मौत के मामले में प्रियंका गांधी और आखिलेश यादव समेत कई नेताओ ने यूपी हुकूमत पर निशाना साधा है, प्रियंका ने कहा है कि आगरा पुलिस कस्टडी में अरुण वाल्मीकि की मौत की घटना निंदनीय है। भगवान वाल्मीकि जयंती के दिन उप्र सरकार ने उनके संदेशों के खिलाफ काम किया है। प्रियंका ने मांग की है कि मामले की उच्च स्तरीय जांच हो, दोषी पुलिस वालों के खिलाफ कार्रवाई हो व पीड़ित परिवार को मुआवजा मिले। इस मांग के साथ ही प्रियंका गांधी पीड़ित परिवार से मिलने निकल चुकी है। लेकिन उन्हें आगरा पहुंचने से पहले ही धारा 144 का हवाला दे कर पुलिस ने रोकने की कोशिश की है।
वहीं दूसरी तरफ़ अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार में पुलिस खुद अपराध कर रही है।और जब पुलिस ही अपराध करेगी तो अपराध कैसे रुकेगा और न्याय कैसे मिलेगा ।
आगरा पुलिस कस्टडी मे वाल्मीकि समाज से जुड़े व्यक्ति की मौत से वाल्मीकी संगठन के लोग भी आक्रोशित हैं और वाल्मीकी जयंती न मनाने का ऐलान किया है, संगठन के नेताओ का कहना है कि मृतक परिवार को एक करोड़ रूपये का मुआवजा और सरकारी नौकरी दी जाए, संगठन ने मांग पूरी न होने तक आंदोलन जारी रखने का ऐलान किया है।

आगरा के जगदीशपुरा थाने के माल खाने से 25 लाख रूपये गायब हो जाने के मामले मे अरूण नामक सफाई कर्मी को पुलिस ने हिरासत मे लिया था। पुलिस के अनुसार अरूण के घर से 15 लाख रूपये बरामद किए गए है और पूछताछ के दौरान उसकी तबियत बिगडी गई। अस्पताल ले जाने पर उसकी मौत भी हो गई। परिवार की शिकायत पर अज्ञात के नाम 302 के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और जांज की जा रही है।
ताजा जानकारी के अनुसार उक्त मामले में एक इंस्पेक्टर समेत पांच पुलिसकर्मी सस्पेंड कर दिए गए है और पूरे प्रकरण की जांच ASP स्तर के अधिकारी करेंगे,



