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कोरोना के खिलाफ जंग में चौकीदारों व ग्राम प्रधानों को भी बनाया साझेदार
बलरामपुर पुलिस कप्तान की अनोखी पहल,

- बलरामपुर पुलिस कप्तान की अनोखी पहल,
- कोरोना के खिलाफ जंग में चौकीदारों व ग्राम प्रधानों को भी बनाया साझेदार,
- जनपद वासियों के साथ ही बड़े अधिकारियों ने भी सराहना की
लखनऊ (हमीदुल्लाह सिद्दीकी)
कोरोना एक ऐसी महामारी है जिसके खिलाफ जंग में आम सहभागिता जरूरी है । समाज का हर व्यक्ति उत्तरदाई है और सभी नागरिकों की मदद से ही इस लड़ाई को जीता जा सकता है । यह मानना है बलरामपुर के पुलिस अधीक्षक देव रंजन वर्मा का । उन्होंने ने एक महत्वपूर्ण निर्देश जारी करते हुए ग्राम प्रधानों, सभासदों और ग्राम चौकीदारों के कोरोना सम्बन्धी कर्तव्यों पर जोर दिया है । उनका कहना है कि यदि किसी ग्राम या वार्ड में कोई व्यक्ति बाहर से आया है, जिसने अपना कोरोना सम्बन्धी मेडिकल चेकअप नहीं करवाया है और अपने घर पर छुपकर बिना प्रशासन की जानकारी के रह रहा है, तो ऐसे व्यक्ति के बारे में तत्काल सूचना पुलिस और प्रशासन को देना संबंधित ग्राम प्रधानों, सभासदों और ग्राम चौकीदारों का कर्तव्य है ।
देव रंजन का यह भी कहना है कि प्रशासन को सूचना न देने वाले ग्राम प्रधान और सभासद को जिलाधिकारी के आदेशानुसार भविष्य में चुनाव लड़ने के अयोग्य भी घोषित किया जा सकता है। साथ ही लापरवाही बरतने वाले चौकीदारों की सेवाएं समाप्त भी की जा सकती हैं।
पुलिस अधीक्षक ने सभी ग्राम प्रधानों और सभासदों से यह भी अनुरोध किया है कि वे अपनी स्वेच्छा और अपने विवेक से अपने क्षेत्र के निवासियों का सहयोग लेकर अपने क्षेत्र की चौबीसों घण्टे निगरानी करें। जरूरी समझें तो ग्राम/वार्ड स्तर पर निगरानी समिति का गठन भी कर सकते हैं और इस समिति के सदस्य दिन रात लगातार कुछ घंटों की शिफ्टवार ड्यूटी करके अपना योगदान दे सकते हैं ।
समिति से जुड़े लोग रात दिन निरन्तर ग्राम/वार्ड में घूम घूमकर बाहर से आने वाले लोगों की जानकारी हासिल करेंगे और प्रधान/सभासद को तत्काल अवगत करवाएंगे ।
एसपी ने समस्त थानेदारों को इन समितियों के गठन और उनके कर्तव्यों के पालन को सुनिश्चित कराने का भी निर्देश दिया है । यहां यह बात बताना भी जरूरी है कि देव रंजन वर्मा जब से बलरामपुर में पुलिस अधीक्षक के रूप में ज्वाइन किए हैं । जनता में एक विश्वास का माहौल पैदा हुआ है , थाने स्तर पर पुलिस के निज़ाम में काफी बदलाव हुआ है ।और नए-नए प्रयोगों से पुलिस कर्मियों का मनोबल भी बढ़ा है । विभाग के बड़े अधिकारी भी उनकी कार्यशैली से वाकिफ हैं और उनके बेहतर भविष्य की कामना करते हैं । जनपद की जनता में भी पुलिस की सकारात्मक छवि मजबूत हुई है।



