Flash Newsउत्तर प्रदेशब्रेकिंग न्यूज़लखनऊसमाचार
लखनऊः चंद्रिका देवी मंदिर के कुंड में डूबा युवक, मौत, मचा कोहराम

लखनऊ के बख्शी का तालाब में चंद्रिका देवी मंदिर में बुधवार रात अमावस्या मेले के मौके पर स्नान करने कुंड में उतरे राकेश कुमार (30) की डूबने से मौत हो गई। गोताखोरों की मदद से उसका शव निकलवाया गया। मौत की खबर से परिवारीजनों में कोहराम मचा है। प्रभारी निरीक्षक अमरनाथ वर्मा ने बताया कि मानकनगर निवासी राकेश केबल का काम करता था।
वह बाइक से दोस्त सुरेंद्र कुमार और सचिन के साथ बुधवार रात डेढ़ बजे चंद्रिका देवी मंदिर के अमावस्या मेले में आया था। तीनों दोस्त मंदिर परिसर में बने कुंड में नहाने लगे। इसी दौरान राकेश गहराई में चला गया और डूबने लगा। उसे हाथ-पैर मारते देख दोस्तों ने बचाने की कोशिश की पर तब तक वह काफी गहराई में जा चुका था।
सूचना पाकर स्थानीय गोताखोर ललित, सूरज और अखिलेश ने कुंड में छलांग लगा दी। काफी देर कुंड खंगालने के बाद वह राकेश को बाहर निकाल सके। उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। सूचना पाते ही राकेश के परिवार में कोहराम मच गया।
पुलिस ने बताया कि राकेश के पिता जगदीश प्रसाद की कई साल पहले मौत हो चुकी है। उसकी पत्नी कई साल पहले पहले छोड़कर जा चुकी है। परिवार में मां कर्मवती, दो भाई, बहन, पुत्र और पुत्री का रो-रोकर बुरा हाल है।
पिछले महीने चंद्रिका देवी मंदिर के अमावस्या मेले में भी कुंड में डूबकर दो युवकों की मौत हो गई थी। कुंड में लगातार युवकों के डूबकर मौत होने के बाद भी शासन और मेला समिति की ओर से अमावस्या मेले के दौरान सुरक्षा के व्यापक प्रबंध नहीं किए जाते हैं। अमावस्या से पहले वाली रात में ही सैकड़ों भक्त मंदिर परिसर पहुंच जाते हैं।
मेला समिति और पुलिस-प्रशासन की ओर से परिसर में सुरक्षा का प्रबंध अमावस्या के दिन सुबह से किया जाता है।
राकेश का शव जिस समय निकालकर लाया गया, उसी दौरान चार और युवक कुंड में नहाने कूद गए। गहराई में जाकर यह चारों युवक डूबने लगे। गोताखोरों और ग्रामीणों ने पुलिस की मदद से चारों युवकों को बचा लिया। इसके बाद पुलिस ने चारों युवकों को जमकर फटकार लगाई। पुलिस की फटकार के बाद चारों युवक मंदिर परिसर से भाग निकले।



