Flash Newsअन्य प्रदेशब्रेकिंग न्यूज़समाचार

कांग्रेस ने ज्योतिरादित्य सिंधिया को गुना से दिया टिकट

भोपाल:
कांग्रेस ने गुना लोकसभा सीट को लेकर सस्पेंस खत्म कर दिया है और शुक्रवार रात सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया को यहां से एक बार फिर चुनाव मैदान में उतारने का फैसला किया गया। गुना के अलावा कांग्रेस ने विदिशा से शैलेंद्र पटेल और राजगढ़ से मोना सुस्तानी को प्रत्याशी बनाया है। अभी भाजपा ने गुना और विदिशा सीटों से प्रत्याशी का एलान नहीं किया है। कांग्रेस के तीन सीटों के एलान के बाद अब केवल चार और सीटों इंदौर, धार, भिंड और ग्वालियर पर प्रत्याशी का फैसला होना शेष है।

लोकसभा चुनाव 2019 के लिए कांग्रेस ने मध्य प्रदेश के प्रत्याशियों की चौथी सूची जारी की जिसमें गुना, राजगढ़ और विदिशा की सीटों के प्रत्याशियों का एलान किया गया है। सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया को गुना से एकबार फिर उतारा जा रहा है। यहां कांग्रेस के पास विधानसभा की पांच और भाजपा के कब्जे में तीन सीटें हैं। कांग्रेस के भीतर ही कुछ नेता यह मांग करते रहे हैं कि जिस तरह दिग्विजय सिंह को कठिन भोपाल सीट से प्रत्याशी बनाया गया उसी तरह सिंधिया को भी इंदौर या विदिशा सीट से उतारा जाए। इस कारण उनका नाम पहली सूची जारी होने के करीब तीन सााह बाद घोषित हो सका।

लोकसभा चुनाव 2019 के लिए कांग्रेस ने मध्य प्रदेश के प्रत्याशियों की चौथी सूची जारी की जिसमें गुना, राजगढ़ और विदिशा की सीटों के प्रत्याशियों का एलान किया गया है। सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया को गुना से एकबार फिर उतारा जा रहा है। यहां कांग्रेस के पास विधानसभा की पांच और भाजपा के कब्जे में तीन सीटें हैं। कांग्रेस के भीतर ही कुछ नेता यह मांग करते रहे हैं कि जिस तरह दिग्विजय सिंह को कठिन भोपाल सीट से प्रत्याशी बनाया गया उसी तरह सिंधिया को भी इंदौर या विदिशा सीट से उतारा जाए। इस कारण उनका नाम पहली सूची जारी होने के करीब तीन सााह बाद घोषित हो सका।

राजगढ़ से पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने 1980 में विधायक रहे गुलाब सिंह सुस्तानी की बहू मोना सुस्तानी को टिकट दिलाया है। सुस्तानी अभी जिला पंचायत सदस्य हैं। हालांकि इस सीट पर नारायण आमलावे का नाम भी पैनल में था जो अंतिम समय में दौड़ से बाहर कर दिए गए।

इसी तरह विदिशा लोकसभा क्षेत्र से इछावर से पूर्व विधायक शैलेंद्र पटेल को प्रत्याशी बनाया है। अब जो सीटों पर हाईकमान को प्रत्याशी चयन में दिक्कत आ रही है उनमें ग्वालियर, भिंड, धार और इंदौर हैं। ग्वालियर में सिंधिया की पत्नी प्रियदर्शनी राजे का नाम चर्चा में आ जाने से अटक गया था तो भिंड में देवाशीष जाजरिया या पूर्व सांसद बारेलाल जाटव में से एक का चयन करना है। धार में जयस के किसी नेता को टिकट दिए जाने की मांग के कारण फैसला नहीं हो पा रहा है। इंदौर में ब़़डे नाम को आगे लाने का प्रयास है और पंकज संघवी का नाम भी चर्चा में बना हुआ है।

Show More

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Adblock Detected

Please consider supporting us by disabling your ad blocker