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मोदी जी की सेना’ वाले बयान पर चुनाव आयोग ने योगी आदित्यनाथ पर किया नोटिस जारी

लखनऊ:
चुनाव आयोग ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ‘मोदी जी की सेना’ वाले बयान पर बुधवार को नोटिस जारी किया है. आयोग ने योगी आदित्यनाथ से 5 अप्रैल शाम 5:00 बजे तक जवाब देने के लिए कहा है. गाज़ियाबाद में चुनाव प्रचार के दौरान भारतीय सेना को ‘मोदीजी की सेना’ कहने के बाद योगी आदित्यनाथ लगातार विपक्षी दलों के निशाने पर चल रहे थे. इस मामले पर आयोग ने गाजियाबाद के डीएम से रिपोर्ट मांगी थी.
हालांकि ये नोटिस चुनाव आचार संहिता के तहत नहीं दिया गया है. बल्कि चुनाव आयोग के उस दिशा-निर्देश के तहत जारी किया गया है जिसमें चुनाव आयोग ने सभी राजनीतिक दलों को कहा था कि चुनाव प्रचार में जवानों की तस्वीर या सेना का सन्दर्भ देने से बचे.
विपक्ष ने लगाया था सेना के अपमान का आरोप
योगी की इस टिप्पणी के बाद विपक्षी नेताओं ने योगी पर हमला बोलते हुए उन पर सेना का ‘अपमान करने’ का आरोप लगाया था। आदित्यनाथ पर विपक्ष के हमलों के बीच चुनाव आयोग ने गाजियाबाद के जिला मैजिस्ट्रेट से इस मामले में रिपोर्ट तलब की थी ताकि यह पता लगाया जा सके कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री की टिप्पणी से आचार संहिता का उल्लंघन हुआ है या नहीं। चुनाव आयोग राजनीतिक पार्टियों को पहले ही नसीहत दे चुका है कि वे लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान सैन्य बलों के मुद्दे पर कोई प्रचार या दुष्प्रचार नहीं करें।
बता दें कि विपक्षी दलों पर प्रहार करते हुए रविवार को आदित्यनाथ ने कहा था कि कांग्रेस, समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के लिए जो ‘असंभव’ था, वह अब बीजेपी के शासन में संभव हो गया है। योगी ने कहा, ‘कांग्रेस के लोग आतंकवादियों को बिरयानी खिलाते थे और मोदी जी की सेना आतंकवादियों को गोली और गोला देती है। यही अंतर है। कांग्रेस के लोग मसूद अजहर के नाम के आगे ‘जी’ लगाते हैं, ताकि आतंकवाद को बढ़ावा मिले।’
विपक्ष हुआ हमलावर
योगी की इस टिप्पणी को लेकर विपक्ष ने योगी पर हमला बोला था। कांग्रेस ने कहा था, ‘योगी आदित्यनाथ द्वारा सेना की वीरता को हड़पना और इसे ‘मोदी की सेना’ करार देना हमारे शहीदों एवं हमारे बहादुर जवानों की वीरता और त्याग का अपमान है।’ पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने योगी की टिप्पणी पर हैरत जताई थी। सीपीआई नेता डी राजा ने भी योगी के बयान की निंदा की थी।



