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जामिया के पूर्व छात्र दानिश को पुलित्जर पुरस्कार

जामिया के पूर्व छात्र दानिश को पुलित्जर पुरस्कार
जामिया मिलिया इस्लामिया के एजेके मास कम्युनिकेशन रिसर्च सेंटर के छात्र रह चुके दानिश सिद्दिकी को पत्रकारिता जगत के प्रतिष्ठित पुलित्जर पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। दानिश रायटर्स फोटोग्राफर्स टीम में शामिल हैं, जिन्हें वर्ष 2017 के लिए पुलित्जर पुरस्कार दिया गया है। दानिश की इस उपलब्धि पर कुलपति प्रो. तलत अहमद ने खुशी जताई है।
पुरस्कार की घोषणा के बाद दानिश ने बताया कि म्यांमार में हिंसा के चलते वहा से पलायन कर बाग्लादेश आ रहे रोहिंग्या शरणार्थियों के फोटोग्राफ लेने के लिए उनकी टीम को यह पुरस्कार मिला है। उन्होंने बताया कि रोहिंग्या त्रासदी के फोटो कवर करने के लिए उनकी टीम सितंबर 2017 में तीन हफ्ते तक बाग्लादेश के समुद्री किनारे (बंगाल की खाड़ी) के पास टोह लगाए हुए थी। उन्हें खाड़ी के उस पार विस्फोट और धुआ उठते दिखा और वे समझ गए कि शरणार्थी किनारे आने का प्रयास कर रहे हैं। इसके बाद हमारी टीम ने सबसे थकान, बेबसी और बदहवासी में डूबी एक महिला को देखा और उसके फोटो लिए। इसके बाद खौफजदा, बदहाल शरणार्थियों के जत्थे के जत्थे जल्दी से नदी पार करने लगे, जिनमें ज्यादातर बच्चे, बूढ़े और महिलाएं थीं। इस पूरे भयावह मंजर और मानव त्रासदी को हमारी टीम ने कैमरे में कैद किया।
पुलित्जर पुरस्कार को पत्रकारिता जगत का सर्वश्रेष्ठ सम्मान माना जाता है। वर्ष 1917 से यह पुरस्कार पत्रकारिता, साहित्य, संगीत रचना के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए प्रत्येक वर्ष दिया जा रहा है।


