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अमेरिका ने पाक को हड़काया, कहा- तालिबान के खिलाफ करे सख्त कार्रवाई,
पाकिस्तान तालिबान और हक्कानी नेटवर्क पर शाब्दिक नहीं ,वास्तविक हमला करे-अमेरिका

पाकिस्तान तालिबान और हक्कानी नेटवर्क पर शाब्दिक नहीं ,वास्तविक हमला करे-अमेरिका
अमेरिका ने पाकिस्तान से दो टूक कहा है कि वह अपनी जमीन पर सक्रिय तालिबान और अन्य आतंकवादी के खिलाफ और ज्यादा सख्त कार्रवाई करे। अगर इस्लामाबाद सीमा पार आतंकवाद को रोकने में नाकाम रहता है तो फिर ट्रंप प्रशासन एक तरफा कार्रवाई के लिए तैयार है। अमेरिकी उपराष्ट्रपति माइक पेंस से मुलाकात के दौरान पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शाहिद खाकन अब्बासी को यह चेतावनी मिली है।
पाकिस्तानी अखबार द डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक इस मुलाकात के बाद व्हाइट हाउस की ओर से बयान जारी किया गया। इसमें कहा गया, उपराष्ट्रपति पेंस ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के उस अनुरोध को दोहराया है, जिसमें पाकिस्तानी सरकार से तालिबान, हक्कानी नेटवर्क और देश में सक्रिय अन्य आतंकवादी संगठनों के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा गया था।
उपराष्ट्रपति ने कहा, अमेरिका का प्रयास उन आतंकी समूहों का सफाया करना है, जो उनकी सुरक्षा और स्थिरता के लिए खतरा हैं। अमेरिका मानता है कि पाकिस्तान को अमेरिका के साथ मिलकर इस दिशा में काम करना चाहिए। 30 मिनट की इस बैठक में पेंस ने जोर दिया कि पाकिस्तान को सीमा पार आतंकवाद को तुरंत रोकने की जरूरत है।
अपनी बीमार बहन को देखने गए थे अब्बासी
पाकिस्तानी प्रधानमंत्री अमेरिका के निजी दौरे पर थे। वह वहां अपनी बीमार बहन को देखने गए थे। इसी दौरान उपराष्ट्रपति के आधिकारिक आवास पर उन्होंने मुलाकात की। अब्बासी के अनुरोध पर यह बैठक शनिवार को हुई थी।
आतंकियों पर शाब्दिक नहीं वास्तविक हमला करें : अमेरिका
इस बैठक के बाद ट्रंप प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों ने अमेरिकी पत्रकारों की प्रेस वार्ता आयोजित की। इसमें संदेश दिया गया कि अमेरिका पाकिस्तान सरकार की अफगानिस्तान नीति से संतुष्ट नहीं है। एक अधिकारी ने कहा, दक्षिण एशिया नीति की घोषणा के छह महीने बाद भी पाकिस्तान ने उस तरह की बड़ी कार्रवाई नहीं की है, जैसा अमेरिका चाहता है।
अधिकारी ने कहा, अमेरिका चाहता है कि पाकिस्तान तालिबान और हक्कानी नेटवर्क पर शाब्दिक नहीं बल्कि वास्तविक हमला करे। मालूम हो कि पिछले साल अगस्त में नई दक्षिण एशिया नीति की घोषणा करते हुए ट्रंप ने कहा था कि वे पाकिस्तान के खिलाफ कड़े कदम उठाएंगे अगर वह आतंकवाद के खिलाफ अमेरिका की जंग में सहयोग नहीं करता है।
इसके बाद नए साल के पहले ट्वीट में भी उन्होंने कहा कि पाकिस्तान अमेरिका को सिर्फ झूठ और धोखा दे रहा है। एक दिन बाद ही उन्होंने पाकिस्तान को दिया जाने वाला डेढ़ अरब डॉलर का सुरक्षा फंड रोक दिया।


